सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सरकार ने पिछले साल से लड़कियों को भी नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) की प्रवेश परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी थी। दिल में देश की रक्षा का जज्बा पाले बेटियों का रुझान अर्द्धसैनिक बलों की भर्तियों में कम नहीं है। कर्मचारी चयन आयोग से अर्द्धसैनिक बलों के लिए होने वाली भर्तियों में बीते कुछ सालों में महिला अभ्यर्थियों की संख्या में वृद्धि देखी गई है।
एसएससी मध्य क्षेत्र के अधीन आने वाले उत्तर प्रदेश और बिहार के आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि बेटियों में भी आंतरिक और बाहरी खतरों से देश को बचाने का जज्बा कमतर नहीं है। सेंट्रल आर्म्ड पैरामिलिट्री फोर्सेस (सीएपीएफ) में सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबल (जनरल ड्यूटी-जीडी) भर्ती के लिए दोनों ही राज्यों में लड़कियों की संख्या बढ़ी है। सीएपीएफ में सब इंस्पेक्टर भर्ती के लिए 2019 में जहां 30,041 लड़कियों ने आवेदन किया था तो वहीं 2022 की भर्ती में यह संख्या 34,329 तक पहुंच गई। सबसे चौंकाने वाले आंकड़े तो कांस्टेबल जीडी भर्ती में है जिसमें 2018 में 2.35 लाख की तुलना में 2021 में लड़कियों की संख्या दोगुना से अधिक 4.81 लाख हो गई।
● अर्द्धसैनिक बलों की भर्ती में बढ़ रही लड़कियों की संख्या
सीएपीएफ के जरिए इनमें होती है भर्ती
● बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स
● सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स
● सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स
● इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस
● सशस्त्रत्त् सीमा बल
● असम राइफल्स
● नेशनल सिक्योरिटी गार्ड
आंकड़ों पर एक नजर
एसआई भर्ती
वर्ष कुल पुरुष महिला
2019 141060 111019 30041
2020 153467 122145 31322
2022 75548 141219 34329
(नोट कोरोना के कारण 2021 में एसआई सीएपीएफ की परीक्षा नहीं हुई थी।)
कांस्टेबल जीडी भर्ती
वर्ष कुल पुरुष महिला
2018 14,78,200 12,42,884 2,35,316
2021 21,76,029 16,94,568 4,81,461
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