कवर्धा मसीह समाज ने धूमधाम से मनाया ईस्टर पर्व सभी चर्चों के विशेष आराधना में दिया गया यीशु मसीह के पुनरुत्थान का संदेश *

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जिले भर के मसीह समाज ने धूमधाम से यीशु मसीह के पुनरुत्थान पर्व ईस्टर का आयोजन किया  एवं विशेष आराधना में अपने आराध्य के वचनों को स्मरण किया सभी चर्चो में इस ईस्टर के पर्व में विशेष आराधना किया गया आराधना से पूर्व कुछ लोगों का बपतिस्मा का संस्कार भी किया गया विभिन्न चर्चों में पादरियों, फादर, एवं पासबानो ने मसीह धर्मशास्त्र से बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक प्रभु यीशु मसीह के पुनरुत्थान के संदेश का वाचन किया पहली शताब्दी में जन्मे प्रभु यीशु मसीह के प्रेम शांति और सेवा के प्रतीक थे तत्कालीन रोमन साम्राज्य को यह बात रास नहीं आई इसलिए दुनिया को प्रेम और करुणा का संदेश देने वाले प्रभु यीशु को धार्मिक कट्टरपंथियों ने सूली पर चढ़ा दिया जिस दिन यीशु को सूली पर चढ़ाया गया .
 
उस दिन शुक्रवार था उनके अनुयाई निराश हो गए और उनके बलिदान दिवस को गुड फ्राइडे के रूप में मनाने लगे हालांकि इसके तीन दिन बाद यानी रविवार को प्रभु यीशु फिर से जीवित हो उठे इसके बाद अनुयायियों में खुशी की लहर दौड़ गई इसके बाद प्रभु यीशु मसीह के शिष्य यीशु मसीह के जीवित होने का प्रचार करते हैं। एवं उनके पुनरुत्थान दिवस को  विश्व भर के मसीही अनुयायियों में ईस्टर के पर्व के रूप में मनाया जाता है ईस्टर पर्व विश्व भर में शांति के नए सवेरे का संदेश देता है_  संयुक्त मसीह समाज कवर्धा के अध्यक्ष फादर जॉन टी एवं अल्पसंख्यक कल्याण समिति के सदस्य एवं मसीह समाज के सचिव विनिष जॉय ने बताया कि ईस्टर पर्व शांति मेल मिलाप एवं  आत्मिक सामाजिक उन्नति के लिए प्रार्थना करते हैं प्रभु यीशु मसीह का संदेश था कि पूरा विश्व सत्य को जाने एवं सत्य का अनुसरण करें .