कलेक्टर को 2 दिवस के अंतर्गत नहीं हटाने पर संघ जा सकता है बेमियादी हड़ताल पर

Views
धमतरी- तहसीलदार द्वारा लिखित पत्र में ये बाते कहि की नेत्र विछेदन से जांच कराने पर पता चला कि मेरे दोनों आंखो में मोतियाबिंद डायग्नोस्ट हुआ है। 29-30 अगस्त को डिटिजल कार्य सर्वे (DCS) ट्रेनिंग हेतु इन्द्रावती भवन,नया रायपुर में उपस्थित हुआ था। उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम के पश्चात् मेरे द्वारा धमतरी जिला से प्रशिक्षण में उपस्थित अपर कलेक्टर श्री घनश्याम मरकाम सर को अपने आंख के मोतियाविन्द का आपरेशन कराने मौखिक रूप से बताया गया था। दिनाँक 03/09/2024 दिन मंगलवार को मैने बायें आँख में मोतियाबिन्द का आपरेशन कराया। आपरेशन पश्चात डाक्टर द्वारा मुझे 15 दिन आराम करने की सलाह दी गई ।डॉ के द्वारा दिये उक्त परामर्श पर मैंने 03/09/2024 को अनुविभागीय अधिकारी (रा), नगरी को WhatsApp पर 4 दिन के आकस्मिक अवकाश हेतु आवेदन प्रेषित किया था। चूंकि कलेक्टर महोदया धमतरी का सभी तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारों हेतु निर्देश दिया गया है कि कोई भी तहसीलदार या नायब तहसीलदार अवकाश सम्बंधित आवेदन सीधे जिला कार्यालय में प्रस्तुत नही करेंगे। अवकाश आवेदन अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के माध्यम से ही प्रस्तुत करेंगे। अवकाश आवेदन प्रस्तुत करने के 2 दिन बाद तक अनुविभागीय अधिकारी (रा.) नगरी द्वारा अवकाश स्वीकृति हेतु कलेक्टर महोदया को प्रस्तुत नही किया गया।
 दिनाँक 05/09/2024 को नगरी क्षेत्र में भारी बारिश होने पर बेलगाँव तहसील झेत्र अंतर्गत ग्राम मुरसिडोंगर के पास सीतानदी में बाढ़ कि स्तिथि निर्मित होने से सीतानदी में 06 ट्रेक्टर डूब जाने की खबर पर कलेक्टर महोदया द्वारा मुझे फोन किया गया तथा मौके पर तत्काल पहुंचने की बात कही गई।  मेरे द्वारा आंखों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन कराए जाने व 4 दिन के अवकाश हेतु अनुविभागीय अधिकारी (रा), को Whats App के माध्यम से आवेदन दिया जाना बताया गया
कलेक्टर महोदया द्वारा बिना अनुमति छुट्टी पर हो, कार्यवाही कर रहा हूँ बोलकर फोन काट दिया गया। जबकि मेरे द्वारा कलेक्टर महोदया को बताया गया कि मेरे आंखों का मामला है मैडम दिखाई नही देता है, आपरेशन करना जरूरी है इसलिये मेरे द्वारा मोतियाबिंद का आपरेशन कराया गया है और मेरे द्वारा छुट्टी के लिए आवेदन WhatsApp के माध्यम से अनुविभागीय अधिकारी (रा) नगरी को दिया गया है। अनुविभागीय अधिकारी (रा) द्वारा छुट्टी हेतु आवेदन दिए जाने के बाद भी उसे कलेक्टर महोदया को प्रेषित नही किया गया जिसके कारण कलेक्टर महोदया द्वारा दिनाँक 05/09/2024 की घटना के लिये अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु कमिश्नर महोदय को पत्र लिखा गया। उक्त पत्र के परिपेक्ष्य में कमिश्नर महोदय द्वारा मुझे दिनाँक 11/09/2024 को निलंबित किया गया है। यहाँ यह बात उल्लेखनीय है कि कलेक्टर महोदया द्वारा मेरे विरुद्ध कार्यवाही हेतु कमिश्नर महोदय को पत्र प्रेषित करना नैसर्गिक न्याय है सिध्दांत के विरुद्ध न तो मुझे नोटिस जारी किया गया और न ही मुझसे कोई जवाब लिया गया,सीधे निलंबन की कार्यवाही की गई। इस प्रकार कलेक्टर महोदया का उक्त कृत्य नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत के विरुद्ध है एवं मेडिकली अनफिट व्यक्ति के विरुद्ध इस प्रकार की कार्यवाही कलेक्टर महोदया के अमानवीय, असंवेदनशील चरित्र को प्रदर्शित करता है। मेरे विरुद्ध की गई कार्यवाही अवैधानिक एवं नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत के विपरित है।.

उक्त घटना पश्चात छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ द्वारा आज अमानवीयता प्रदर्शित करने पर धमतरी की कलेक्टर नम्रता गाँधी के लिए जारी किया निंदा प्रस्ताव ।

कर्मचारियों ने सवाल करते हुए कहा कि मोतियाबिंद का ऑपरेशन पश्चात बेड रेस्ट कर रहे तहसीलदार को जानभूझकर कराया ससपेंड क्यों नहीं लिया गया स्पष्ठिकरण ?? कमिश्नर एवं कलेक्टर जवाब देवे. क्या किसी अधिकारी से निलंबन के पूर्व जवाब लेना भी उचित नहीं समझा??

इस घटना के बाद धमतरी कलेक्टर के अमानवीयता प्रदर्शित करने पर निंदा प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री जी से मांग की है कि कलेक्टर को 2 दिवस के अंतर्गत नहीं हटाने पर संघ जा सकता है बेमियादी हड़ताल पर?