प्याज कब्ज से भी दिला सकती है छुटकारा, जानिए इसके फायदे और सेवन का तरीका

Views

 


प्याज को हर प्रकार के व्यंजन के स्वाद को बढ़ाने के लिए जाना जाता है, लेकिन यह कब्ज को कम करने में भी सहायक (Causes of constipation) होता है। हालांकि यह असामान्य लग सकता है, मगर प्याज को लंबे समय से पेट की समस्याओं के लिए प्रभावी इलाज के रूप में सुझाया गया है। मेरी माँ भी कहती हैं कि प्याज कब्ज के लिए एक प्रभावी घरेलू उपचार (Home remedies to deal with constipation) है। इसलिए, यदि आप कब्ज से जूझ रहे हैं और प्राकृतिक उपचार की तलाश में हैं, तो अपने आहार में प्याज को शामिल (Benefits of onion) करने से कब्ज को कम करने में (onion for constipation) मदद मिल सकती है। प्याज के लाभ जानें और इसे अपने आहार में शामिल करने के तरीके सीखें ताकि असुविधा को कम किया जा सके।

कब होती है कब्ज (What is constipation)

कब्ज एक सामान्य डाइजेशन समस्या है जिसमें व्यक्ति का पेट कठिनाई से साफ होता है जैसा कि Stats Pearls में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार। यह स्थिति आंतो में अत्यधिक ड्राइनेस,आहार में फाइबर की कमी, अच्छे फैट की कमी, और पेरिस्टालसिस के कारण होती है। कब्ज एक पाचन स्वास्थ्य समस्या (tips to deal with constipation) है, और इसके लक्षणों में शरीर से गंदगी का ठीक से न निकल पाना शामिल है। आपके मल सूखे और कठोर हो सकते हैं, जो दर्दनाक और पास करने में कठिन होते हैं, और लंबी अवधि में फिशर, आंतरिक रक्तस्राव, और बवासीर भी हो सकते हैं।


क्या हैं कब्ज के सामान्य कारण-

1.फाइबर की कमी

मुख्य कारणों में आहार में स्वस्थ फाइबर की कमी और हाइड्रेशन की कमी शामिल हैं, जो आंतों को सूखा बना देती है और कब्ज के लक्षण पैदा कर सकती है। आपको फाइबर ताजे फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और बाजरे से मिलता है। मांस, समुद्री खाद्य पदार्थ, और अंडे में फाइबर नहीं होता और इनका पाचन होने में 72-74 घंटे लग सकते हैं, जो कब्ज के लक्षण पैदा कर सकता है।

2.खराब जीवनशैली

यह भी कब्ज का कारण बन सकता है, जैसे कि देर रात का खाना, देर से सोना और देर से उठना। आयुर्वेदिक ऊर्जा घड़ी के अनुसार, आंतों को 5-7 बजे के बीच सक्रिय होना होता है, जब हमें सीधा बैठना चाहिए, हल्की एक्सरसाइज या व्यायाम करने से पाचन में मदद मिलती है। देर रात का खाना भी आतों को रात भर डाइजेस्ट न हुए खाद्य पदार्थों से भर देता है, क्योंकि हमारी पाचन अग्नि और मेटाबोलिक अग्नि मुख्य रूप से सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच ही सक्रिय होती है।

3. दवाएं और हेल्थ कंडीशन्स

कुछ दवाइयां, और कुछ एंटीडिप्रेसेंट्स, कब्ज का एक साइड इफेक्ट पैदा कर सकती हैं। हेल्थ प्राब्लम जैसे हाइपोथायरायडिज़्म, डायबिटीज़, और न्यूरोलॉजिकल विकार भी आतों के कार्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती हैं और कब्ज का कारण बनती हैं। तनाव, चिंता और अवसाद भी हमारे गट हेल्थ और बाॅवेल मूवमेंट को प्रभावित कर सकते हैं और कब्ज का कारण बन सकते हैं।

ये लक्षण बताते हैं कि आपको कब्ज है  -

कब्ज एक सामान्य पाचन समस्या है, जिसमें पेट का साफ होना मुश्किल होता है। हालांकि, इसके लक्षण हर व्यक्ति में अलग हो सकते हैं, लेकिन कुछ लक्षण सामान्य होते हैं।2018 में प्रकाशित मिसौरी मेडिसिन जर्नल के अनुसार, कब्ज के सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:



पेट साफ होने में कठिनाई

शौच के समय दर्द या तनाव

हफ्ते में 3 बार से कम पेट साफ होना

पेट में भारीपन महसूस होना

शरीर के निचले हिस्से से खून बहना

पीठ के निचले हिस्से में असहजता महसूस करना

क्या प्याज़ दिला सकती है कब्ज से छुटकारा? (Onion for constipation)

प्याज कब्ज के लिए एक नेचुरल रेमेडी है, क्योंकि इसमें हाई फाइबर और हेल्दी न्यूट्रिएंट्स होते हैं जो गट हेल्थ में मददगार होते हैं, जैसा कि ईरानियन जर्नल ऑफ बेसिक मेडिकल साइंसेज में प्रकाशित स्टडी में पाया गया है। प्याज सौल्युबल और इनसौल्युबल फाइबर का अच्छा स्रोत है जो हमारे डाइजेशन को सुधारता है। प्याज में फाइबर पानी को एब्जार्र्ब करने में मदद करता है, जो आंत के अंदर फ्लूइड बनाता है। इससे मल को मुलायम बनाने में मदद मिलती है और पेट आसानी से साफ होता है।


“प्याज में इन्सुलिन जैसे प्रीबायोटिक्स भी होते हैं, जो अच्छे आतों के बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। जब हमारे आंतों में मौजूद बैक्टीरिया को पोषण मिलता है, तो वे डाइजेशन को सहारा देते हैं । प्याज में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं जो हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम को शांत कर और गट हेल्थ में सुधार कर सकते हैं,” डाक्टर बताते हैं।



कब्ज से छुटकारा पाने के लिए इन 3 तरह से कर सकते हैं प्याज का सेवन (How to add onion to diet to avoid constipation)

कुछ सरल तरीके हैं जिनसे आप अपने आहार में प्याज शामिल कर सकते हैं और कब्ज से राहत पा सकते हैं, जैसा कि एक्सपर्ट ने बताया है:


1 सलाद या कच्ची प्याज:

कच्चे प्याज, विशेष रूप से लाल प्याज का सेवन (Benefits of eating onion) बाॅवेल मूवमेंट को बढाने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है। कच्चे प्याज में उच्च फाइबर और सल्फर होता है।जो नियमित पाचन को प्रोत्साहित करने में मदद करता है। कच्चे प्याज को सलाद, सैंडविच, या दही में पतले स्लाइस करके शामिल करें।


2 सब्जी और व्यंजनों में प्याज :

हालांकि कच्चा प्याज ज्यादा प्रभावी होता है। मगर भुने हुए या पकाकर व्यंजनों में प्रयोग किया गया प्याज भी लाभकारी हो सकता है। पकाने से प्याज नरम हो जाता है और इसका डाइजेशन आसान हो जाता है। इस को सूप, स्टू, स्टिर-फ्राई, और आमलेट जैसे अलग अलग व्यंजनों मे शामिल कर सकते हैं।


3 प्याज का रस:

प्याज के लाभों का पूरी तरह से पाने के लिए प्याज का रस पीने पर विचार करें। प्याज का रस बनाने के लिए, कुछ प्याज को ब्लेंड करके या जूस बनाकर छान लें। आप प्याज का रस सीधे पी सकते हैं या इसके स्वाद को सुधारने के लिए पानी के साथ पतला कर सकते हैं।


मगर प्याज के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैं (Onion side effects)

“जिन लोगों का पित्त असंतुलित है, उन्हें प्याज का सेवन करने से बचना चाहिए। पित्त आयुर्वेद में एक प्रकार की ऊर्जा है। जब यह असंतुलित होता है, तो यह आपको अंदर से गर्म, गुस्से में, और चिढ़चिढ़ा महसूस करा सकता है। इसके साथ ही पेट की या त्वचा की समस्याएँ भी हो सकती हैं। यदि आप गैस, सूजन, या पेट की असहजता का अनुभव करते हैं, तो यह प्याज में मौजूद हाई फाइबर और फ्रक्टन के कारण हो सकता है,” डाक्टर्स कहते हैं एसे में आपको प्याज से बचना चाहिए।


यदि आपको हार्टबर्न का अनुभव हो रहा है, तो प्याज, विशेष रूप से कच्चे प्याज, से बचें। यदि आपको प्याज से एलर्जी है तो इससे स्वास्थ्य समस्याएँ या त्वचा पर चकत्ते हो सकते हैं, तो प्याज का सेवन न करें। इसके अलावा, कब्ज की समस्याओं को कम करने के लिए अपने आहार में प्याज शामिल करने से पहले अपने डाक्टर से सलाह लेना उचित है।