हजारों लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार, 106 बार दिया अपना खून; कौन हैं AAP के हुए जितेंद्र सिंह शंटी

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नई दिल्ली.  पद्म श्री से सम्मानित और समाजसेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले जितेंद्र सिंह शंटी ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली है। शंटी शाहदरा सीट से बीजेपी से विधायक भी रह चुके हैं। पार्टी में शामिल होने और राम निवास गोयल के इस्तीफा देने के बाद राजनीतिक विश्लेषक अनुमान लगा रहे हैं कि उन्हें शाहदरा से टिकट मिलना तय हो गया है। आइए जानते हैं जितेंद्र सिंह शंटी के राजनीतिक और सामाजिक जीवन के बारे में।शंटी शहीद भगत सिंह फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं। उन्हें कोविड-19 के दौरान प्रदान की गई सेवाओं के लिए साल 2021 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। वह शहीद भगत सिंह सेवा दल नामक गैर सरकारी संगठन के संस्थापक भी हैं। यह संगठन हिन्दू और सिख परंपराओं के अनुसार लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करता है।

जितेंद्र सिंह शंटी देश-विदेश में फेमस हैं। उनके द्वारा किए गए समाज सेवा के कार्यो को चलते उन्हें दिल्ली और आसपास के इलाकों में एंबुलेंस मैन के नाम से जाना जाता है। केजरीवाल ने बताया कि शंटी अब तक करीब 70 हजार से ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार करा चुके हैं। शंटी ने उस दौरान यह जिम्मेदारी संभाली थी जब कोरोना के समय कोई शवों अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार नहीं होता था।

कोरोना के दौरान शंटी लगातार लोगों की सहायता में जुटे रहे थे। इसके चलते उन्हें भी इस समस्या(कोरोना बीमारी) ने ग्रसित कर लिया था। शंटी ना केवल शवों का अंतिम संस्कार कराते हैं, बल्कि वो बीमार लोगों को एंबुलेंस सेवाएं भी प्रदान कराते हैं। साथ ही साथ ब्लड डोनेशन कैंप भी लगाते हैं, जिससे सैकड़ों-हजारों लोगों को लाभ मिल चुका है। शंटी खुद 106 बार ब्लड डोनेट कर चुके हैं।

जितेंद्र सिंह शंटी ने 2013 के विधानसभा चुनाव में शाहदरा से चुनाव लड़ा था। उन्होंने भाजपा की तरफ से जीत दर्ज कर विधानसभा का रास्ता तय किया था। इसके अलावा वो दो बार झिलमिल वार्ड के पार्षद भी रह चुके हैं। उन्होंने अपनी राजनीतिक शुरूआत साल 2008 में झिलमिल में पार्षद का चुनाव लड़कर की थी। हालांकि इसके बाद उन्होंने पिछले चुनावों में भी हाथ आजमाया था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। पिछले विधानसभा चुनावों में उन्हें आप के उम्मीदवार राम निवास गोयल के मुकाबले हार का सामना करना पड़ा था।