ग्राम पंचायत बंदारी में भ्रष्टाचार की जांच करने पहुंची टीम

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कार्रवाई को लेकर ग्रामीणों में असंतोष

बिलाईगढ़ । ग्राम पंचायत बंदारी में सरपंच और सचिव पर भ्रष्टाचार और लाखों रुपये के गबन के आरोपों की जांच के लिए शुक्रवार को प्रशासनिक दल ने गांव का दौरा किया। ग्रामीणों द्वारा जिला कलेक्टर और मुख्य कार्यपालन अधिकारी को 12 बिंदुओं पर शिकायत दर्ज कराई गई थी।

ग्रामीणों का आरोप

ग्रामीणों ने जांच दल को सरपंच और सचिव के भ्रष्टाचार से जुड़े कई मामले गिनाए। हालांकि, जांच दल ने केवल एक स्थान का निरीक्षण किया, जिससे ग्रामीण असंतुष्ट दिखे। ग्रामीणों ने मीडिया को बताया कि जांच टीम केवल औपचारिकता पूरी कर रही है।

ग्रामीणों ने यह भी कहा कि इस मामले में वे चार बार आवेदन दे चुके थे, जिसके बाद अधिकारी जांच के लिए पहुंचे। ग्रामीणों ने मांग की है कि सभी बिंदुओं पर निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में पंचायत के विकास कार्यों में पारदर्शिता बनी रहे।

जांच अधिकारी का बयान

जांच अधिकारी राघवेंद्र ध्रुव ने मीडिया को बताया कि अभी रिकॉर्ड और अभिलेखों का अवलोकन बाकी है। नाली निर्माण के कार्य का तकनीकी निरीक्षण किया गया है, लेकिन गबन की सही मात्रा का पता रिकॉर्ड जांच के बाद ही चलेगा। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट तैयार कर जनपद सीईओ को सौंपी जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

ग्रामीणों की नाराजगी

ग्रामीणों ने जांच प्रक्रिया पर असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि केवल एक स्थल का निरीक्षण पर्याप्त नहीं है। उन्होंने मांग की कि जांच सभी शिकायत बिंदुओं पर हो और दोषियों को दंडित किया जाए।

आगे का रास्ता

अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासनिक जांच में सरपंच और सचिव पर लगे भ्रष्टाचार और गबन के आरोपों की सच्चाई कितनी सामने आती है और अधिकारियों द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है। ग्रामीणों की मांग है कि जांच निष्पक्ष और व्यापक हो, ताकि पंचायत के विकास कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ सकें।